ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुलेंगे, बाबा केदार की डोली 28 अप्रैल को प्रस्थान करेगी
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित भगवान शिव के ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 2 मई को प्रातः 7 बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। इस पावन अवसर को लेकर भक्तों में गहरी श्रद्धा और उत्साह देखने को मिल रहा है। हर साल की तरह इस बार भी कपाट खुलने की प्रक्रिया धार्मिक विधि-विधान और परंपराओं के अनुसार संपन्न होगी।
बाबा केदार की पंचमुखी डोली का भव्य प्रस्थान
श्री केदारनाथ धाम की यात्रा की शुरुआत भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के प्रस्थान से होती है। इस वर्ष 28 अप्रैल को बाबा केदार की डोली परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी। यात्रा मार्ग में विभिन्न पड़ावों पर श्रद्धालु बाबा केदार की भव्य पालकी के दर्शन करेंगे और श्रद्धा के साथ उनका स्वागत करेंगे। यह यात्रा भक्तों के लिए आस्था और भक्ति से ओतप्रोत एक अद्वितीय अनुभव होती है।
27 अप्रैल को होगी भगवान भैरवनाथ जी की पूजा
कपाट खुलने से पहले, परंपरा के अनुसार, 27 अप्रैल को श्री केदारनाथ धाम के रक्षक माने जाने वाले भगवान भैरवनाथ जी की विशेष पूजा संपन्न होगी। यह पूजा अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि सर्दियों में जब श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होते हैं, तब भगवान भैरवनाथ ही धाम की रक्षा करते हैं। इस विशेष अनुष्ठान में बड़ी संख्या में साधु-संत, तीर्थ पुरोहित और श्रद्धालु भाग लेते हैं।
यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह
हर साल लाखों भक्त केदारनाथ धाम की यात्रा करते हैं। इस बार भी यात्रा को लेकर अपार उत्साह देखा जा रहा है। बाबा केदारनाथ के दर्शनों के लिए देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। उत्तराखंड सरकार और प्रशासन ने यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
यात्रा मार्ग और सुविधाएं
इस बार यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया गया है और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। साथ ही, केदारनाथ जाने वाले मार्ग पर आवश्यकतानुसार विश्राम स्थल, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और भोजनालयों की व्यवस्था की गई है। प्रशासन की ओर से मौसम को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की गई है।
धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
श्री केदारनाथ धाम हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसका उल्लेख कई पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। मान्यता है कि महाभारत के युद्ध के पश्चात पांडवों ने भगवान शिव की खोज में इस पवित्र स्थल की यात्रा की थी। केदारनाथ धाम को पंचकेदारों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है।
आस्था और भक्ति का संगम
श्री केदारनाथ धाम की यात्रा केवल एक तीर्थ यात्रा नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक जागरण का मार्ग भी है। हर साल यहां आने वाले श्रद्धालु दिव्य ऊर्जा और आध्यात्मिक सुख की अनुभूति करते हैं। इस वर्ष भी लाखों भक्त बाबा केदार के दर्शन कर अपनी यात्रा को सफल बनाएंगे और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
🚩 हर हर महादेव! जय बाबा केदारनाथ! 🚩

