दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी का बड़ा बयान, कहा- ‘दिल्ली ने जो सरकार देखी, वो आपदा से कम नहीं’
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने हाल ही में दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कई विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, लेकिन इस मौके पर उनके बयान ने राजनीति में एक नई गर्मी पैदा कर दी। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली की राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, “दिल्ली ने पिछले 10 सालों में जो राज्य सरकार देखी है, वह किसी ‘आपदा’ से कम नहीं है।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान दिल्ली में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के ठीक पहले आया। उन्होंने दिल्ली की जनता को यह याद दिलाया कि पिछले एक दशक में राजधानी दिल्ली में विकास की गति बहुत धीमी रही है और जनता की मूलभूत समस्याओं को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज एक ही आवाज गूंज रही है, “आप-दा नहीं सहेंगे, बदलकर रहेंगे,” यानी दिल्ली की जनता अब अपनी समस्याओं के समाधान के लिए एक नई दिशा की तलाश कर रही है और वह बदलाव चाहती है।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दिल्ली में जिस प्रकार से पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य बुनियादी सेवाओं का अभाव रहा है, वह किसी बड़े संकट से कम नहीं है। उन्होंने दिल्ली सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनकी सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं पूरी तरह से बदल दी थीं। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के बजाय अपनी सत्ता को बचाने में ही अपना ध्यान केंद्रित किया। इसके परिणामस्वरूप दिल्ली के आम आदमी को बुनियादी सुविधाओं का अभाव महसूस हुआ।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कई विकासात्मक परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया, जिनमें दिल्ली में स्वास्थ्य और शिक्षा के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए किए गए कदम शामिल थे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के विकास के लिए कई योजनाओं को लागू किया है और आने वाले समय में यहां के लोगों के लिए और भी परियोजनाएं लाई जाएंगी। मोदी ने कहा, “अगर हम दिल्ली के विकास की ओर देखेंगे तो हम पाएंगे कि केंद्र सरकार ने दिल्ली में जो काम किए हैं, वे सच्चे विकास की ओर अग्रसर हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्लीवासियों से यह अपील की कि वे आगामी विधानसभा चुनावों में सोच-समझकर वोट दें और दिल्ली के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए एक मजबूत सरकार का चुनाव करें। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में अब बदलाव का समय आ गया है, और लोगों को भ्रष्टाचार और अकर्मण्यता से मुक्ति चाहिए।
इस बयान के बाद, दिल्ली विधानसभा चुनावों के राजनीतिक माहौल में और भी तेज़ी आने की संभावना जताई जा रही है। जहां एक ओर दिल्ली सरकार इस बयान को विरोधी राजनीति के रूप में देख रही है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान उनकी चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली की जनता प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान का क्या जवाब देती है और आगामी चुनावों में उनका रुख क्या होगा।

