बागेश्वर बाबा का बयान: ‘भारत को बचाना जरूरी, सनातन पर ऊंगली न उठे’, जल्द ही पद यात्रा करेंगे धीरेंद्र शास्त्री

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भारत में सनातन धर्म के प्रचारक और बागेश्वर धाम के प्रमुख संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जिन्हें बागेश्वर बाबा के नाम से भी जाना जाता है, ने हाल ही में एक बेहद महत्वपूर्ण बयान दिया है। उनका कहना था कि भारत को बचाना अत्यंत आवश्यक है ताकि आने वाले 500 वर्षों तक सनातन धर्म पर कोई ऊंगली न उठा सके। यह बयान उन्होंने भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए दिया।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का यह बयान अब राजनीतिक और धार्मिक हलकों में व्यापक चर्चा का विषय बन चुका है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह जल्द ही पूरे भारत में पद यात्रा निकालेंगे, जिसका उद्देश्य हिंदू समाज में एकजुटता का संदेश देना है। उनका मानना है कि भारत में हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए एक बड़ा प्रयास किया जाना चाहिए, ताकि देश की सांस्कृतिक और धार्मिक धारा को बनाए रखा जा सके और इस पर कोई हमला न कर सके।

भारत को बचाने की आवश्यकता

बागेश्वर बाबा का कहना है कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का गहरा रिश्ता सनातन धर्म से है, और इस धर्म को बचाने के लिए हर हिंदू को जागरूक करना जरूरी है। उनका यह भी कहना था कि सनातन धर्म को कमजोर करने की कोशिशें निरंतर बढ़ रही हैं, और इसलिए हमें एकजुट होकर इसके संरक्षण की दिशा में काम करना होगा।

उन्होंने कहा, “भारत एक प्राचीन संस्कृति का धनी देश है, और यहां की ताकत उसकी धार्मिक एकता और सांस्कृतिक विविधता में है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आने वाले 500 वर्षों तक सनातन धर्म पर कोई ऊंगली न उठा सके, इसलिए आज से ही हमें अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए कदम उठाने होंगे।”

हिंदू समाज में एकता की आवश्यकता

बागेश्वर बाबा ने अपनी आगामी पद यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हिंदू समाज के बीच एकता का संदेश फैलाना है। उनका मानना है कि यदि हिंदू समाज एकजुट हो जाता है, तो कोई भी ताकत सनातन धर्म को कमजोर नहीं कर सकती। उन्होंने यह भी कहा कि यह यात्रा पूरे देश में होगी और इसमें हर उम्र के लोग भाग लेंगे।

बागेश्वर बाबा ने बताया कि यह यात्रा खासकर उन क्षेत्रों में जाएगी, जहां हिंदू समाज की जागरूकता और एकता की आवश्यकता है। उनका लक्ष्य हिंदू धर्म की मूल धारा को लोगों तक पहुंचाना है और उन्हें यह समझाना है कि उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान कितनी महत्वपूर्ण है।

राजनीतिक और धार्मिक परिप्रेक्ष्य में बयान

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का यह बयान राजनीतिक और धार्मिक दोनों दृष्टिकोण से बेहद अहम है। जहां एक ओर उनका यह बयान धार्मिक एकता को बढ़ावा देने की दिशा में है, वहीं दूसरी ओर यह कुछ राजनीतिक हलकों में भी गहरे विचार और चर्चाओं का कारण बना है। बागेश्वर बाबा की इस तरह की टिप्पणियाँ समाज में हिंदू धर्म की स्थिति को लेकर एक नई बहस को जन्म देती हैं, और यह भी संकेत देती हैं कि धर्म और राजनीति के बीच की सीमा और भी हल्की होती जा रही है।

उनकी आगामी पद यात्रा को लेकर यह भी चर्चा हो रही है कि क्या यह किसी राजनीतिक उद्देश्य को लेकर की जा रही है, हालांकि बागेश्वर बाबा ने इसे केवल धार्मिक एकता और जागरूकता का अभियान बताया है। उनका कहना है कि इस यात्रा का कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है, बल्कि यह केवल हिंदू समाज के बीच जागरूकता फैलाने के लिए है।

निष्कर्ष

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जो बागेश्वर बाबा के नाम से प्रसिद्ध हैं, ने भारतीय समाज में सनातन धर्म की सुरक्षा और उसे बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उनका कहना है कि हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए, और इसके लिए वह जल्द ही पूरे देश में पद यात्रा निकालेंगे। उनका यह बयान धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है और यह भारतीय राजनीति, धर्म और समाज के भविष्य पर गहरे प्रभाव डाल सकता है। बागेश्वर बाबा की इस यात्रा और उनके संदेश का असर समाज में व्यापक रूप से देखा जाएगा, और यह देखना होगा कि उनका यह अभियान हिंदू समाज को किस दिशा में एकजुट करने में सफल होता है।


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