राम नगरी, अयोध्या, इस वर्ष दीपोत्सव के अवसर पर एक बार फिर से भव्यता और दिव्यता का प्रतीक बनकर उभरी है। इस बार का दीपोत्सव विशेष रूप से उल्लेखनीय है, क्योंकि यहां 25 लाख दीयों को एक साथ जलाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जाएगा। सरयू घाट पर यह अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा, जहां दीयों की रोशनी से घाट की पूरी छवि बदल जाएगी। दीपोत्सव की तैयारियों में जुटे कर्मी, स्थानीय निवासी और श्रद्धालु मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
इस दीपोत्सव में सिर्फ दीयों की रोशनी ही नहीं, बल्कि अयोध्या की संस्कृति और परंपरा को भी जीवित किया जाएगा। राम की पैड़ी, धर्म पथ, राम पथ और जन्मभूमि पथ जैसे प्रमुख स्थलों को रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया गया है। हर गली, हर मोड़ पर दीयों और फूलों से सजावट की जा रही है, जो इस नगर को एक अद्वितीय रूप दे रही है। स्थानीय कला और शिल्पकारों ने अपनी रचनात्मकता का भरपूर उपयोग किया है, जिससे अयोध्या की विरासत को भी प्रदर्शित किया जा सके।
इस वर्ष की एक और खासियत है कि 1100 लोग एक साथ आरती करेंगे। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि अयोध्या की सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। सामूहिक आरती में शामिल होने वाले सभी भक्त मिलकर भगवान राम की स्तुति करेंगे, जिससे एक अनोखा आध्यात्मिक अनुभव उत्पन्न होगा। यह न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता का भी संदेश देगा, क्योंकि सभी धर्म, जाति और पंथ के लोग इस अवसर पर एक साथ एकत्रित होंगे।
सरयू नदी का तट दीपोत्सव के दौरान एक अलग ही रूप धारण करेगा। घाट पर रोशनी के बीच बैठकर लोग अपनी श्रद्धा व्यक्त करेंगे और एक-दूसरे के साथ मिलकर इस विशेष पल का आनंद लेंगे। दीयों की जगमगाहट में डूबकर लोग अपनी चिंताओं को भुला देंगे और राम जी के प्रति अपनी भक्ति को और गहरा करेंगे।
इस पर्व की तैयारियों में स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय रूप से शामिल है। सुरक्षा, साफ-सफाई, और यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर श्रद्धालु को इस आयोजन का पूरा आनंद मिल सके। विशेष सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
अयोध्या का दीपोत्सव न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक बड़ा अवसर है। पर्यटन में वृद्धि होने से स्थानीय व्यापारियों को फायदा होगा, जिससे शहर की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
इस प्रकार, राम नगरी में इस वर्ष का दीपोत्सव एक नई ऊँचाई पर पहुंचेगा, जहां 25 लाख दीयों की रोशनी और 1100 लोगों की सामूहिक आरती एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगी। यह केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक संस्कृति, एकता और भक्ति का प्रतीक बनकर उभरेगा। हर कोई इस अवसर का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।