भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कटौती? निर्मला सीतारमण भारतीय वित्त मंत्री ने स्पष्टीकरण जारी किया, कहा कोई प्रस्ताव नहीं है

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भारत सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर लगाए जाने वाले टैक्स को कटाने की संभावना का संदेश दिया है। इस मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कोई ऐसा प्रस्ताव तब तक नहीं है जब तक कि सरकार ने ऐसा निर्णय लिया हो। यह बड़ी खबर है जिसने वाहन उद्योग में उत्साह और उल्लास का माहौल बढ़ा दिया है।

निर्मला सीतारमण का बयान

निर्मला सीतारमण, भारतीय वित्त मंत्री, ने हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कटौती के संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कोई भी प्रस्ताव अभी तक नहीं बनाया गया है जिसके तहत इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कटौती की जा सके। उन्होंने इसे वित्तीय प्रमाणित किए बिना एक ऐसे प्रस्ताव की चर्चा करने की सलाह दी है जो भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।

शुक्रवार को निर्मला सीतारमण केंद्रीय वित्त मंत्री ने कुछ रिपोर्टोका खंडन किया , जहाँ घोषणा की गई थी कि सरकार विभिन्न ऑटोमोबाइल निर्माताओं के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर आयात कर में कटौती की संभावना को विचार में ले रही है, यदि वे स्थानीय निर्माण यूनिट के साथ समझौता करते हैं। यह स्पष्टीकरण प्रकट हुआ था जब समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने पहले रिपोर्ट किया था कि केंद्र सरकार विचार कर रही है कि उन वाहनों के लिए आयात शुल्क को मौजूदा 100% से 15% घटाने का जो है जिनकी मूल्यवर्धन ₹33 लाख से अधिक है, और 70% के लिए बाकी।

इलेक्ट्रिक वाहनों के महत्व

आजकल, विश्व भर में ग्लोबल वार्मिंग की चिंता बढ़ती जा रही है और यह प्रदूषण मुद्दे को भी बढ़ा रहा है। इसके साथ ही, तेल संकट के चलते ऊर्जा सुरक्षा का मुद्दा भी उभरता जा रहा है। इस संदर्भ में, इलेक्ट्रिक वाहनों का महत्वपूर्ण योगदान है, जो न केवल प्रदूषण को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि ऊर्जा संकट को भी कम करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।

आयात शुल्क में कटौती के पीछे का कारण

निर्मला सीतारमण द्वारा आयात शुल्क में कटौती के पीछे विचार का कारण यह है कि भारत सरकार किसानों को और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों के आगमन से

भारतीय बाजार को लेकर टेस्ला की चिंताएं

टेस्ला के मालिक एलोन मस्क ने भारत में उच्च आयात शुल्कों के कारण चिंता व्यक्त की है और कंपनी ने बड़े विचार-विमर्श के बाद घरेलू ऑटोमोबाइल बाजार में टेस्ला के संभावित प्रारंभ के मुद्दे पर चर्चा शुरू की है। 2021 में, टेस्ला ने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के आयात पर लगे मौजूदा 100% शुल्क में कटौती के समर्थन में कदम उठाया था ताकि वह भारत में मौजूद हो सके।

हालांकि, एलोन मस्क और भारतीय सरकार के बीच संभावित समझौता सफल नहीं हुआ है क्योंकि भारतीय अधिकारियों ने स्थानीय विनिर्माण की मजबूत प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर जोर दिया है, यह उन्होंने एक शर्त के रूप में प्रकट किया।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई निर्माताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या आयात कर की दरों में पिछले निर्णय से बदलाव का फैसला टेस्ला की गाड़ी की निर्माणशीलता के योजनाओं को प्रभावित करेगा या नहीं।”

इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क की आवश्यकता

वाहनों के स्रोतों में परिवर्तन करने की दिशा में भारत की प्राधिकृति दृष्टि से आवश्यक है। इसके लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोत्साहन के लिए आयात शुल्क में कटौती का विचार किया जा रहा है। यह स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्रदूषण को भी कम कर सकता है और वाहनों के आगमन में निर्माण उद्योग में नौकरियों के अवसर पैदा कर सकता है।

निर्मला सीतारमण के सुझाव

निर्मला सीतारमण ने सरकार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट करते हुए सुझाव दिया है कि वित्तीय प्रमाणन के साथ किसी भी प्रस्ताव की मान्यता दी जानी चाहिए जो भारत की आर्थिक स्थिति को बिगाड़े बिना इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कटौती का प्रस्ताव दे।

क्या यह एक सकारात्मक कदम है?

बिना संशय, इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कटौती का सुझाव एक सकारात्मक कदम की ओर एक प्रयास हो सकता है जो न केवल ऊर्जा संकट के मुद्दे को सुलझाने में मदद करेगा, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।

क्या यह व्यापारिक स्केम है?

निर्मला सीतारमण ने स्पष्टीकरण में यह भी दिखाया कि यह सुझाव कोई व्यापारिक स्केम नहीं है। उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि वित्तीय प्रमाणन के बिना किसी भी प्रस्ताव की मान्यता नहीं दी जाएगी जो भारतीय अर्थव्यवस्था को किसी भी प्रकार से हानि पहुंचाए।

क्या यह गरीबों को लाभ पहुंचाएगा?

यह सुझाव गरीब वर्ग को भी लाभ पहुंचा सकता है। इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोत्साहन से स्थानीय उत्पादों का उपयोग बढ़ सकता है और उनके प्रोत्साहन से स्थानीय उद्यमिता भी बढ़ सकती है।

विश्वासयोग्य स्रोतों की मान्यता

इस लेख में दी गई जानकारी को सत्यापित करने के लिए हमने कई विश्वासयोग्य स्रोतों का सहारा लिया है।

  1. भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट
  2. वित्त मंत्रालय, भारत सरकार
  3. पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार

नए युग में विश्व भर में प्रदूषण और ऊर्जा संकट के समाधान के रूप में इलेक्ट्रिक वाहनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत भी ग्रीन एंड स्वस्थ ट्रांसपोर्टेशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट करते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहा है। हाल ही में, भारत सरकार ने इस क्षेत्र में आयात शुल्क में कटौती के संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें वित्तीय और वाणिज्यिक पहलुओं की व्याख्या की गई है।

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