दिल्ली विधानसभा में CAG रिपोर्ट्स का खुलासा: आम आदमी पार्टी पर उठे सवाल
दिल्ली विधानसभा में हाल ही में एक के बाद एक नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट्स पेश की गईं, जिससे आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इन रिपोर्ट्स में दिल्ली सरकार की विभिन्न योजनाओं और खर्चों की गहन समीक्षा की गई, जिससे कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स सामने आते ही विपक्ष ने आम आदमी पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया और सरकार से जवाब मांगना शुरू कर दिया।
CAG रिपोर्ट्स में क्या खुलासा हुआ?
CAG द्वारा पेश की गई रिपोर्ट्स में दिल्ली सरकार की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर कई खामियां उजागर हुईं। मुख्य रूप से जिन बिंदुओं पर सवाल उठाए गए हैं, वे इस प्रकार हैं:
- विज्ञापन पर भारी खर्च – रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दिल्ली सरकार ने सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के नाम पर तय बजट से अधिक खर्च किया, जिसमें नियमों की अनदेखी की गई।
- स्वास्थ्य योजनाओं में गड़बड़ी – दिल्ली के सरकारी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों की फंडिंग और दवा आपूर्ति को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए हैं।
- शिक्षा क्षेत्र में अनियमितताएं – सरकारी स्कूलों में सुविधाओं के सुधार को लेकर किए गए दावों और जमीनी हकीकत में बड़ा अंतर बताया गया है।
- यातायात और परिवहन में वित्तीय गड़बड़ियां – बस खरीद और मेंटेनेंस से जुड़ी योजनाओं में अनियमितताओं का जिक्र भी रिपोर्ट में किया गया है।
विपक्ष का आम आदमी पार्टी पर हमला
CAG रिपोर्ट्स के सामने आते ही विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने जनता को झूठे वादों के जाल में फंसाया और सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता नहीं रखी।
विपक्ष ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी, जो खुद को ईमानदारी और पारदर्शिता की प्रतीक बताती है, उसी की सरकार पर वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लग रहे हैं। बीजेपी ने मांग की है कि इन मामलों की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जनता के पैसों का सही इस्तेमाल हुआ या नहीं।
AAP सरकार की सफाई
इन आरोपों पर दिल्ली सरकार ने सफाई देते हुए कहा कि CAG की रिपोर्ट को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि उनकी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए ऐतिहासिक कार्य किए हैं, और यह रिपोर्ट एक राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार हर खर्च का उचित हिसाब देने को तैयार है और CAG रिपोर्ट में कोई भी घोटाला साबित नहीं हुआ है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह झूठे आरोप लगाकर सरकार के कामकाज को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।

