अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ, भगवान रामलला को पीतांबर वस्त्र पहनाए जाएंगे

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अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ, भगवान रामलला को पीतांबर वस्त्र पहनाए जाएंगे

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर के इतिहासिक क्षण का एक साल पूरा हो गया है। 11 जनवरी 2024 को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के एक साल पूरे होने पर श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस खास अवसर पर भगवान रामलला को पीतांबर वस्त्र पहनाए जाएंगे, जो सोने और चांदी के तारों से बुनाई और कढ़ाई कर तैयार किए गए हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ में भी इसका एक विशेष स्थान है।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 2023 में 22 और 23 जनवरी को पूरे विधिपूर्वक संपन्न हुई थी, जिसके बाद से यह मंदिर अयोध्या का एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है। इस मंदिर की आधारशिला 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी, और तब से इसके निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। राम मंदिर का सपना भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में वर्षों से साकार हो रहा था, और अब यह सपना पूरा हो गया है।

आज जब राम मंदिर की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है, तो इस दिन भगवान रामलला को विशेष पीतांबर वस्त्र पहनाए जाएंगे, जो इस दिन की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को और भी बढ़ा देंगे। इस पीतांबर वस्त्र की बुनाई और कढ़ाई सोने और चांदी के तारों से की गई है, जो एक अद्वितीय कला का परिचायक है। यह वस्त्र भगवान राम के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है, और इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना भी की जाएगी।

राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचकर भगवान रामलला के दर्शन कर चुके हैं। हालांकि मंदिर का मुख्य निर्माण कार्य अभी जारी है, लेकिन पहले से ही मंदिर का दर्शन और पूजा-अर्चना करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। 11 जनवरी को जब मंदिर की पहली वर्षगांठ मनाई जाएगी, तो इसे और भी भव्य तरीके से मनाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ एक ऐतिहासिक घटना है, जो भारतीय धर्म और संस्कृति के प्रतीक के रूप में स्थापित हो चुकी है। इसे एक सदी से भी अधिक समय तक लंबित रहने के बाद पूरा किया गया है, और यह समूचे देश के लिए गर्व का क्षण है। इस मंदिर के निर्माण से न केवल अयोध्या बल्कि समूचे उत्तर भारत में धार्मिक उथ्थान का माहौल है, और श्रद्धालु इस भव्य मंदिर को श्रद्धा भाव से देख रहे हैं।

इस दिन के अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने अयोध्या में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया है, जिसमें पवित्र मंत्रोच्चारण और विशेष पूजा की जाएगी। साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है, ताकि श्रद्धालुओं की आस्था और श्रद्धा को कोई आघात न पहुंचे।


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